दिल्ली– डॉक्टरों ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। एक 22 वर्षीय युवक के पेट से 8 सेंटीमीटर लंबी स्टील की चम्मच मात्र 30 मिनट की प्रक्रिया में सुरक्षित रूप से निकाली गई। यह मामला न सिर्फ चिकित्सा विज्ञान के चमत्कारों में से एक बन गया है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को लेकर भी कई सवाल खड़े कर गया है।
कैसे हुआ खुलासा?
युवक को लगातार पेट में तेज दर्द और उलझन की शिकायत हो रही थी। परिजन जब उसे लेकर स्थानीय अस्पताल पहुंचे, तो डॉक्टरों ने उसकी जांच की और पेट का एक्स-रे तथा एंडोस्कोपी करवाई। रिपोर्ट्स देखकर डॉक्टर भी चौंक गए – युवक के पेट में एक धातु की चम्मच साफ-साफ दिखाई दे रही थी।
सर्जरी या बिना चीरे के इलाज?
इस स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों की टीम ने तुरंत आपातकालीन मीटिंग की और तय किया कि सर्जरी की बजाय एंडोस्कोपिक प्रक्रिया (एंडोस्कोपी के ज़रिए निकालना) अपनाई जाएगी ताकि शरीर को कम से कम नुकसान पहुंचे। करीब 30 मिनट की सूक्ष्म प्रक्रिया के बाद डॉक्टरों ने बड़ी सावधानी से चम्मच को बाहर निकाल लिया।
क्यों निगली युवक ने चम्मच?
अस्पताल सूत्रों के अनुसार, युवक मानसिक तनाव से जूझ रहा था और यह भी संभावना जताई जा रही है कि उसने जानबूझकर या मानसिक असंतुलन के चलते चम्मच निगल ली। हालांकि, परिजनों ने पहले इस बात की जानकारी नहीं दी थी। युवक को अब मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों की देखरेख में रखा गया है।
डॉक्टरों की राय
सर्जरी करने वाले प्रमुख डॉक्टर ने बताया,
“इस तरह के मामले बेहद दुर्लभ होते हैं। अगर ज़रा सी भी देर होती तो चम्मच आंतों को नुकसान पहुंचा सकती थी और स्थिति गंभीर हो सकती थी। हमारी टीम की तत्परता और सावधानी से यह मुमकिन हो सका।”
मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज करना कितना खतरनाक हो सकता है। डॉक्टरों ने परिजनों से अनुरोध किया है कि वे युवक को काउंसलिंग और नियमित मानसिक स्वास्थ्य जांच के लिए ले जाएं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।