अमेरिका में वीजा दिलवाने के लिए भारतीय मूल के एक व्यवसायी पर फर्जी आपराधिक रिपोर्ट तैयार कराने का आरोप है। भारतीय शख्स लोगों को वीजा दिलवाने के लिए पुलिस थाने में फर्जी रिपोर्ट लिखवाता था।
न्यूयॉर्क: भारतीय मूल के एक शख्स ने लोगों को वीजा दिलवाने के लिए ऐसा कांड करता था, जिसके बारे में सुनकर आप भी चौंक जाएंगे। भारतीय मूल का अमेरिकी व्यवसायी और तीन पुलिस प्रमुखों सहित चार अमेरिकी कानून प्रवर्तन अधिकारियों पर लुइसियाना में वीजा धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है।
अमेरिकन पुलिस (प्रतीकात्मक फोटो)
न्यूयॉर्क: भारतीय मूल के एक शख्स ने लोगों को वीजा दिलवाने के लिए ऐसा कांड करता था, जिसके बारे में सुनकर आप भी चौंक जाएंगे। भारतीय मूल का अमेरिकी व्यवसायी और तीन पुलिस प्रमुखों सहित चार अमेरिकी कानून प्रवर्तन अधिकारियों पर लुइसियाना में वीजा धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है।
जानें कैसे दिलाता था वीजा
यह शख्स लोगों को वीजा दिलाने के लिए पहले पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराता था। इसके लिए उसने कई पुलिस अधिकारियों से साठगांठ कर रखा था। आरोपी का नाम ओकडेल निवासी चंद्रकांत पटेल है। इसके अलावा चाड डॉयल, ग्लिन डिक्सन, टेबो ओनिशिया और सिटी मार्शल माइकल स्लेने को भी बुधवार को इस मामले में लाफायेट में आरोपित किया गया। अदालती दस्तावेजों के अनुसार, इन पर अमेरिकी सरकार के ‘यू वीजा’ कार्यक्रम के तहत प्रवासियों के वीजा दावों के समर्थन में झूठी अपराध रिपोर्ट तैयार करने का आरोप है।
क्या है ‘यू वीजा’?
यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विस (USCIS) की वेबसाइट के मुताबिक “यू नॉनइमिग्रेंट स्टेटस (यू वीज़ा) उन पीड़ितों को दिया जाता है जो कुछ विशेष अपराधों का शिकार हुए हों और जिन्होंने मानसिक या शारीरिक रूप से दुर्व्यवहार सहा हो।” अदालती दस्तावेजों में बताया गया कि कई प्रवासी यू वीज़ा के लिए आवेदन करने हेतु पुलिस रिपोर्ट में पीड़ित के रूप में नाम दर्ज कराने के लिए चंद्रकांत पटेल से संपर्क करते थे। इन रिपोर्टों में दर्शाया जाता कि उनके साथ सशस्त्र डकैती हुई थी।
वीजा दिलाने के लिए लेता था हजारों डॉलर
पटेल इन प्रवासियों को वीजा दिलाने के लिए आपराधिक रिपोर्ट बनवाने के एव्ज में हजारों डॉलर वसूलता था। इसके बाद अपने सहयोगियों को झूठी पुलिस रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहता था। चंद्रकांत पटेल के पास लुइसियाना में दो दुकानें हैं। इनमें से एक ग्लेनमोर में और दूसरी ओकडेल में। इसके अलावा वह ओकडेल में एक फास्ट-फूड रेस्तरां भी चलाता है।
पटेल को भी मिला था ‘यू वीजा’
गौर करने योग्य बात यह है कि खुद पटेल को भी 2023 में यू-वीजा प्रदान किया गया था, जिसका आधार एक कथित सशस्त्र डकैती थी। यूएससीआईएस की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इस मामले की जांच और अभियोजन राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा स्थापित होमलैंड सिक्योरिटी टास्क फोर्स के अंतर्गत किया जा रहा है