लखनऊ, उत्तर प्रदेश | 30 जून 2025
उत्तर प्रदेश से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जिसने पूरे प्रदेश और सुरक्षा एजेंसियों को हिला कर रख दिया है। राज्य के [जिला नाम] जिले में एक नाबालिग दलित लड़की को निशाना बनाकर न सिर्फ उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया, बल्कि उसे देश विरोधी गतिविधियों में शामिल करने की साजिश भी रची गई।
साजिश का तरीका:
सूत्रों के अनुसार, इस साजिश को बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया जा रहा था। आरोपी पहले लड़की को दोस्ती और विश्वास के जाल में फंसाते हैं, फिर उसे उसके ही धर्म, परिवार और समाज के खिलाफ मानसिक रूप से भड़काया जाता है। सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप्स के जरिए कट्टरपंथी विचारधारा का प्रचार कर लड़की को ब्रेनवॉश किया गया।
इसके बाद लड़की का नाम और पहचान बदल कर उसे आतंकी ट्रेनिंग कैंप से जोड़ने की तैयारी की जा रही थी। पुलिस की सतर्कता से समय रहते यह साजिश नाकाम कर दी गई।
गिरफ्तारी और जांच:
ATS और लोकल पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में अब तक तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके कब्जे से लैपटॉप, मोबाइल फोन और संदिग्ध दस्तावेज़ बरामद हुए हैं। शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि यह एक संगठित नेटवर्क है जो खासतौर पर कमजोर तबके की लड़कियों को निशाना बनाता है।
परिवार की पीड़ा:
पीड़िता के माता-पिता का कहना है कि उनकी बेटी को पहले प्यार और शादी के नाम पर फंसाया गया, फिर उसे घर से भगाकर उसकी सोच और पहचान बदलने की कोशिश की गई। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है, और वे न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
सरकारी प्रतिक्रिया:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर गहरी चिंता जताते हुए सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा,
“हमारी बेटियों को बहकाकर आतंक की राह पर ले जाने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। यह सिर्फ अपराध नहीं, राष्ट्रद्रोह है।”
सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर:
इस घटना के बाद राज्य की सुरक्षा एजेंसियां और ATS हाई अलर्ट पर हैं। अन्य जिलों में भी ऐसे मॉड्यूल्स की तलाश शुरू हो गई है। अधिकारियों का मानना है कि इस पूरे नेटवर्क का विस्तार कई राज्यों में हो सकता है और विदेशी फंडिंग की भी जांच की जा रही है।