कनाडा में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन इस बार कई मायनों में ऐतिहासिक रहा। सम्मेलन के दौरान जलवायु परिवर्तन, वैश्विक अर्थव्यवस्था, तकनीकी सहयोग, सुरक्षा और विकास जैसे अहम मुद्दों पर सदस्य देशों के बीच व्यापक चर्चा हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी ने भारत की भूमिका को और भी मजबूत किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने सम्मेलन के बाद सोशल मीडिया पर इसे ‘फलदायी‘ बताया और कहा कि विभिन्न वैश्विक चुनौतियों पर विचार-विमर्श कर समाधान की दिशा में सकारात्मक प्रयास किए गए। इस दौरान उन्होंने कई देशों के नेताओं से द्विपक्षीय मुलाकातें भी कीं।
भारत की ओर से डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, जलवायु कार्रवाई और वैश्विक दक्षिण के देशों की प्राथमिकताओं को प्रमुखता से उठाया गया।