नई दिल्ली:
18 महीने, 6 कत्ल और एक पैटर्न – हर वारदात के बाद पीठ पर उकेरा गया ‘धोखेबाज’ शब्द और मृत शरीर से मांगी गई माफी। ये कहानी किसी वेब सीरीज की नहीं, बल्कि असल जिंदगी के उस खौफनाक ‘घूंघट वाले’ गे सीरियल किलर की है, जिसने उत्तर भारत के कई शहरों में दहशत फैला दी।
कत्ल की अजीबोगरीब रस्म:
पुलिस की जांच में सामने आया कि हत्यारे का एक खास तरीका था – अपने प्रेमियों को पहले फुसलाना, फिर गला घोंटकर उनकी हत्या करना और इसके बाद उनके मृत शरीर की पीठ पर लाल स्याही से ‘धोखेबाज’ लिखना। हैरानी की बात यह थी कि वह हत्या के बाद शव के पैर छूकर माफी भी मांगता था।
घूंघट में छुपा खूनी:
हत्यारा अक्सर महिलाओं के कपड़ों और घूंघट में रहता था, जिससे किसी को उस पर शक न हो। उसने सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स की मदद से अपने शिकार चुने। पहली हत्या लखनऊ में हुई थी, जिसके बाद दिल्ली, जयपुर और पटना में भी वही पैटर्न दोहराया गया।
जांच में चौंकाने वाले खुलासे:
पुलिस के मुताबिक आरोपी बचपन से ही अपनी लैंगिक पहचान को लेकर संघर्ष कर रहा था। उसे बार-बार ठुकराया गया, जिससे उसके भीतर नफरत और हिंसा पनपी। उसने अपने हर शिकार को ‘धोखेबाज’ करार देते हुए यह कहकर मारा कि “उन्होंने मुझे गलत समझा और छोड़ा”।
कैसे हुआ पर्दाफाश?
एक पीड़ित के घर में लगे सीसीटीवी फुटेज से सुराग मिला, जिसमें आरोपी महिला की वेशभूषा में देखा गया। इसके बाद उसका लोकेशन ट्रैक कर पुलिस ने उसे दिल्ली के एक किराये के मकान से गिरफ्तार किया।
मानसिक जांच जारी:
अभी आरोपी की मानसिक स्थिति का मूल्यांकन चल रहा है, और यह पता लगाया जा रहा है कि क्या वह अपराध के समय मानसिक रूप से संतुलित था।