मिस्र के प्राचीन रहस्यों से जुड़ा ‘Pharaoh’s Curse’ यानी ‘फराओ की श्राप’ अब कैंसर के इलाज में नई उम्मीद बनकर उभरा है। वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक जानलेवा माने जाने वाले फंगस Aspergillus flavus से एक ऐसे तत्व की खोज की है, जो कुछ प्रकार के कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में प्रभावी साबित हो सकता है।
दरअसल, यह फंगस पुरानी कब्रों और मिस्र की ममीज़ के आसपास पाया गया था, जिस वजह से इसे ‘फराओ की श्राप’ कहा गया। पहले माना जाता था कि यह इंसानों के लिए घातक है, लेकिन नई रिसर्च में इसके भीतर पाए गए कुछ जैविक यौगिकों (bioactive compounds) ने वैज्ञानिकों को चौंका दिया है।
शोधकर्ताओं ने बताया कि इस फंगस से निकाले गए तत्व कैंसर की कोशिकाओं की ग्रोथ को रोक सकते हैं, खासकर लिवर और ब्रेन ट्यूमर जैसी घातक बीमारियों में। प्रयोगशाला में किए गए परीक्षणों में इसके सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं।
रिसर्च क्या कहती है?
- जर्नल Nature Biomedical Reports में छपी एक स्टडी के मुताबिक, फंगस से निकाला गया यौगिक कैंसर कोशिकाओं को ‘प्रोग्राम्ड सेल डेथ’ (Apoptosis) की ओर ले जाता है।
- यह तत्व स्वस्थ कोशिकाओं को प्रभावित किए बिना ट्यूमर कोशिकाओं पर असर डालता है।
क्या है आगे का रास्ता?
फिलहाल यह शोध शुरुआती चरण में है और इसे अभी इंसानों पर आज़माया जाना बाकी है। लेकिन वैज्ञानिक मानते हैं कि यह कैंसर उपचार के क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति ला सकता है।
Pharaoh’s Curse:
जिस फंगस को कभी मौत की निशानी माना गया था, वही अब जिंदगी बचाने की कुंजी बन सकता है। ‘Pharaoh’s Curse’ अब महज एक रहस्य नहीं, बल्कि विज्ञान की एक नई उम्मीद बनकर उभर रहा है।